To promote Education in the spirit of knowledge, the initiative seeks to connect students and the teaching community at all levels. Of the “3Es” that the youth need to focus upon in order to inspire everyone towards positive change, the first of them is to focus on proper “Ed-ucation”, in the Spirit of “Knowledge”.
The next “E”, which is very important for Bihar is a sense of “Egali-tarianism”. In Bihar, the youth are seen as divided and are mentally diverted to inculcate from deemed role models, who are criminals, mostly since they come from a particular caste or community.
The last, but, the most important “E”, is working towards devel-oping a sense of “Entrepreneurship”. It is something that was our forte in the ancient times, when we had cities like Champa and Patliputra, which were centres of trade for the ancient world.
‘पूर्व प्रेरणा करे पुकार, आओ मिलकर गढ़ें नव बिहार । नव चिंतन नव हो व्यवहार, लघुवादों से मुक्त हो संसार । ज्ञान परंपरा का विस्तार, दीर्घ प्रभाव का सतत प्रसार । बृहतर चिंतन सह मूल्यों पर, आधारित युवा करें विचार | हो उठेगा जब संकल्पित सुदृढ़ मन, है संभव इच्छित हर परिवर्तन । निराश हो जो गिरे हैं बेमन, नहीं उन्हें सन्निहित शक्ति का स्मरण । शक्ति स्रोत जब समझ जाएगा यौवन, भला फिर कहाँ रहेगा दृष्टिभ्रम । जागृत कर असीम उर्जा रूप सघन, करेगा स्वतः प्रशस्त नव पथ सर्जन ।‘ " विकास वैभव"
“"प्रसार्य च यथाङ्गानि कूर्मः संहरते पुनः। तद्वद् भूतानि भूतात्मा सृष्टानि हरते पुनः।।" अर्थात- "जैसे कछुआ अपने अंगों को फैलाकर पुनः समेट लेता है, उसी प्रकार परमेश्वर स्वरचित संपूर्ण भूतों को फैलाकर पुनः अपने भीतर ही समेट लेते हैं।"
“आधुनिकता के कोलाहल में, ज्ञान प्राचीन भी है सार्थक। काल प्रवाह न समझ सका जो, जीवन उसका निरर्थक। परिवर्तन को ऋत मान, निष्काम कर्म लांघते अवरोधक। प्रदत्त करते हैं संतुष्टि, श्रेष्ठ जीवन मूल जान ले हे साधक। ”
“"प्रसार्य च यथाङ्गानि कूर्मः संहरते पुनः। तद्वद् भूतानि भूतात्मा सृष्टानि हरते पुनः।।" अर्थात- "जैसे कछुआ अपने अंगों को फैलाकर पुनः समेट लेता है, उसी प्रकार परमेश्वर स्वरचित संपूर्ण भूतों को फैलाकर पुनः अपने भीतर ही समेट लेते हैं।"
यह वेबसाइट "आइए, मिलकर प्रेरित करें बिहार !" या "Let's Inspire Bihar !" अभियान से स्वैच्छिक रूप से जुड़े व्यक्तियों से सहयोग तथा योगदान से आवश्यक सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु संधारित है । "Let's Inspire Bihar" एक संदेश है जो विकास वैभव जी द्वारा समय समय पर बिहार के युवाओं के लिए भविष्य निर्माण में स्वैच्छिक रूप से सकारात्मक योगदान समर्पित करने की प्रेरणा के लिए साझा किया जाता रहा है । इसमें मातृभूमि की समृद्ध विरासत से प्रेरणा लेकर लघुवादों (जातिवाद, सम्प्रदायवाद इत्यादि) से उपर उठकर राष्ट्रहित में भविष्यात्मक दृष्टिकोण को अंतर्मन में स्थापित करके शिक्षा, समता एवं उद्यमिता जैसे विकास के आधारभूत क्षेत्रों में बृहतर चिंतन के साथ योगदान करने की परिकल्पना है । इस परिकल्पना से प्रेरित होकर बिहार के अलग-अलग जिलों में अनेक व्यक्तियों द्वारा संगठित होकर योगदान समर्पित करने का प्रयास किया जा रहा है तथा कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने आचरण तथा विरासत में समाहित दृष्टि तथा प्रेरणा से प्रेरणास्त्रोत बनकर दूसरों को प्रेरित किया जा रहा है, ताकि उज्ज्वलतम भविष्य का निर्माण संभव हो सके । यहाँ यह स्पष्ट करना उचित होगा कि "Let's Inspire Bihar" कोई संस्था नहीं है और केवल एक संदेश मात्र ही है जिससे प्रेरित होकर स्वैच्छिक रूप से जुड़े व्यक्तियों द्वारा अध्यायों की स्थापना की गई है ।
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